25 मारà¥à¤š को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ और टà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤…टलांटिक सà¥à¤²à¥‡à¤µ टà¥à¤°à¥‡à¤¡ के पीड़ितों की याद का अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ दिवस (International Day of Remembrance of the Victims of Slavery and the Transatlantic Slave Trade) मनाया जाता है।
मà¥à¤–à¥à¤¯ बिंदà¥
- इस अवसर पर बोलते हà¥à¤, संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° पà¥à¤°à¤®à¥à¤– ने दासता के खतरनाक परिणामों को संबोधित करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को रेखांकित किया।
- उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लिठनठसिरे से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया, जहां सà¤à¥€ शांति, गरिमा और अवसर के साथ रह सकें।
गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ के शिकार लोगों की याद का अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ दिवस
- वरà¥à¤· 2007 में संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 25 मारà¥à¤š को वारà¥à¤·à¤¿à¤• अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ परà¥à¤¯à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ के लिठनिरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया गया था।
- यह दिन उन लोगों को याद करता है, जो ‘टà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤…टलांटिक दास वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°’ के कारण पीड़ित हà¥à¤ और मर गà¤à¥¤
- इसे इतिहास में मानव अधिकारों का सबसे खराब उलà¥à¤²à¤‚घन कहा गया है।
- टà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤…टलांटिक दास वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° (Transatlantic Slave Trade) की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में, 400 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में 15 मिलियन पà¥à¤°à¥à¤·, महिलाà¤à¤‚ और बचà¥à¤šà¥‡ इसके शिकार हà¥à¤ थे।
- यह दिन नसà¥à¤²à¤µà¤¾à¤¦ और पूरà¥à¤µà¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹ के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर à¤à¥€ फोकस करता है।
- पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि
- इस दिवस को पहली बार 2008 में “Breaking the Silence, Lest We Forget” थीम के तहत मनाया गया था।
सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤•
- वरà¥à¤· 2015 अफà¥à¤°à¥€à¤•à¥€ वंश के लोगों के लिठसंयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ दशक (UN’s International Decade for People of African Descent) की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है।
- इसे मनाने के लिà¤, नà¥à¤¯à¥‚यॉरà¥à¤• में संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• का अनावरण किया गया, जिसका शीरà¥à¤·à¤• था “The Ark of Return”।
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में आधà¥à¤¨à¤¿à¤• गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€
- 2016 तक 40.3 मिलियन से अधिक लोगों के आधà¥à¤¨à¤¿à¤• रूप में गà¥à¤²à¤¾à¤® होने का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है।
- इनमें से 71 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ महिलाà¤à¤‚ और लड़कियां हैं।
- नौकरी के नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨, नियमित पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸, बढ़ती गरीबी और शà¥à¤°à¤® मानकों की कम जांच की वजह से कोविड-19 महामारी के बीच आधà¥à¤¨à¤¿à¤• दासता बढ़ गयी है।
- महामारी लोगों को à¤à¤¸à¥€ नौकरियों के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कर रही है जहां उनका शोषण किया जाता है।