विशà¥à¤µ बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— दà¥à¤°à¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° जागरूकता दिवस: हर साल 15 जून को मनाया जाता है।
- यह दिन दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— आबादी के साथ दà¥à¤°à¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° (मौखिक, शारीरिक या à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤•) के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।
पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि:
- 15 जून को बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों के लिठà¤à¤• विशेष दिन के रूप में घोषित करने के अनà¥à¤°à¥‹à¤§ के बाद जून 2006 में इस दिन को मनाया जाने लगा।
- हालाà¤à¤•à¤¿, संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° महासà¤à¤¾ (UNGA) ने आधिकारिक तौर पर 2011 में इस दिन को मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ दी थी।
महतà¥à¤µ:
- 2021 में, कोविड-19 महामारी के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° यह दिन अधिक पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक है, जिसने दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में लाखों लोगों के जीवन को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ किया है।
- महामारी वृदà¥à¤§ लोगों के लिठà¤à¤¯ और पीड़ा का कारण बन रही है।
- उनके सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करने के अलावा, महामारी वृदà¥à¤§ लोगों को गरीबी, à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ और अलगाव के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ संवेदनशील बना रही है। इसके अलावा, वृदà¥à¤§ आबादी को मृतà¥à¤¯à¥ दर का खतरा है।
- संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है कि 70 वरà¥à¤· और उससे अधिक आयॠके 66 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ लोगों में कम से कम à¤à¤• अंतरà¥à¤¨à¤¿à¤¹à¤¿à¤¤ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ है जो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोविड -19 पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ जटिलताओं के बढ़ते जोखिम में डाल रही है।
- वृदà¥à¤§ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ चिकितà¥à¤¸à¤¾ देखà¤à¤¾à¤² और जीवन रकà¥à¤·à¤• उपचारों के संबंध में उमà¥à¤° के à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ का सामना करना पड़ता है।
A)
B)
C)
D)